‘टॉयलेट मैन’ के नाम से मशहूर बिंदेश्वर पाठक मरणोपरंता मिला ‘पद्म विभूषण’ सम्मान

सार्वजनिक शौचालयों के निर्माण में अग्रणी, सुलभ इंटरनेशनल (Sulabh International) के संस्थापक और सामाजिक कार्यकर्ता 80 साल के बिंदेश्वरी पाठक (Bindeshwar Pathak) को मरणोपरंत यह सम्मान दिया गया है. Edited by बिक्रम कुमार सिंह, Updated: 26 जनवरी, 2024 12:35 PM बिहार के रहने वाले विंदेश्वर पाठक को सामाजिक क्षेत्र में उत्कृष्ठ योगदान देने के लिए भारत सरकार की तरफ…

सामाजिक क्रांति के अगदूत पद्म विभूषण डॉ बिन्देश्वर पाठक

Janta Se Rishta Admin 4 Sept 2023 आर. के. सिन्हा बात 1968-1969 की है। मैं उन दिनों पटना के अंग्रेजी दैनिक सर्चलाईट और हिन्दी दैनिक के प्रदीप में दिवभाषीय कार्यालय संवाददाता था। पटना के गर्दनीबाग मुहल्ले के रोड नं0 4 ए के क्वाटर नं0-15 में अपने पिताजी के साथ उनके सरकारी आवास में रहता था।…

Bindeshwar Pathak realised that India’s future depended on toilets

Obituary | Cleanliness, godliness Bindeshwar Pathak realised that India’s future depended on toilets The social reformer and revolutioniser of national sanitation died on August 15th, aged 80 Aug 24th 2023 It all began with a dare. Bindeshwar Pathak, then seven or so, wondered why the thin little woman who came through the back door sometimes, selling…